Solar Tubewell Scheme in UP: उत्तर प्रदेश की सरकार अपने किसान नागरिकों को फ्री बिजली ट्यूबवेल का फायदा देने के लिए सोलर ट्यूबवेल स्कीम लेकर आई है।

मुफ्त बिजली योजना
हमारा देश किसानी प्रमुख है जिसमे खेती के काफी कामों में बिजली की जरूरत रहती है। किसान नागरिकों को ग्रिड की बिजली के प्रयोग में लाकर महंगा बिजली बिल अदा करना पड़ता है। जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल भी काफी महंगा रहता है चूंकि इसके मूल्य बढ़ रहे है। खेती के कार्यों में आधुनिक तकनीक का प्रयोग जरूरी हो जाता है। इस बात को ध्यान में रखकर सरकार ने किसान नागरिकों को सोलर पंप पर सब्सिडी देने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश राज्य की सरकार भी एक नई स्कीम से किसानों को फ्री बिजली का फायदा दे रही है।
फ्री बिजली स्कीम के लाभार्थी बनकर किसान नागरिकों को आर्थिक मजबूती मिलेगी। साथ ही वो कम मूल्य पर सोलर पंप को भी लगाकर अपने खेतों में सिंचाई का काम कर सकेंगे। इस प्रकार से कृषि के सेक्टर में काफी तरक्की होगी और किसानो को पैसों का फायदा मिलेगा। खेती के कामों को मॉर्डन करने में सरकार की तरफ से निरंतर किसानो को सोलर उपकरणों को अपनाने का प्रोत्साहन मिल रहा है।
यूपी सरकार की फ्री बिजली योजना

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की देखरेख में किसान नागरिक को उनके ट्यूबवेल के लिए फ्री बिजली मिलेगी। सीएम के अध्यक्ष रहते हुए राज्य के मंत्रिमंडल की मीटिंग में इस स्कीम के प्रपोजल को स्वीकृति मिली है। यह स्कीम किसानो को खेत के ट्यूबवेल के लिए फ्री बिजली दे रही है। प्रदेश के किसान नागरिकों की दशा बेहतर करने को सीएम ने इस स्कीम की शुरुआत की है।
यूपी की सरकार के द्वारा यह स्कीम प्रदेश के 15 लाख किसान घरों में 75 लाख लोगो को इसका फायदा दे रही है। इस स्कीम को संकल्प से सिद्धि प्रोग्राम में शुरू किया गया था। बीजेपी सरकार की तरफ से साल 2022 के मेनिफेस्टो में किसानो को ट्यूबवेल में फ्री बिजली देने की घोषणा हुई थी जिसको अभी लागू करने की शुरुआत हुई है।
ट्यूबवेल को सोलर पैनल से जोड़ेंगे
यूपी की प्रदेश सरकार की तरफ से मुख्यतया पीएम कुसुम स्कीम ईवा मुर्जा विभाग के अंतर्गत करीबन 14.75 लाख प्राइवेट ट्यूबवेल को सोलर पैनल से कनेक्ट करने की बात कही गई है। ऐसे सूरज से मिल रही सौर ऊर्जा से ट्यूबवेल को चलाया जाएगा। इसके सोलर पैनलों से यह ऊर्जा बिजली में बदलती है जोकि ट्यूबवेल से किसान को फ्री में सिंचाई का मौका देगी।
वही जिस समय खेत पर सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती तो किसान बन रही बिजली को ग्रिड में देकर सरकार से पैसे भी कमा पाएगा। ऐसे उनकी आमदनी में कुछ मात्रा में बड़ोत्तरी भी होगी। इस तरह की स्कीम से सरकार किसान नागरिकों को और भी मजबूत एवं धनी कर पाएगी।
यह भी पढ़े:- सस्ती कीमत पर सोलर वाटर हीटर को खरीदे, इसके मुख्य फायदे जाने
यूपी में मौजूद ट्यूबवेल का डेटा

प्रदेश सरकार की तरफ से यूपी के किसान नागरिकों की मलकियत के निजी ट्यूबवेल से जुड़े डेटा का प्रकाशन हुआ है। प्रदेश में करीबन 14,85,960 निजी ट्यूबवेल है और इनमे से 13,48,093 ट्यूबवेल की शक्ति क्षमता 10 एचपी अथवा इससे कम है। वही 10 से 15 एचपी की शक्ति क्षमता के 1,28,944 ट्यूबवेल है और 15 एचपी क्षमता के 8,923 ट्यूबवेल मौजूद है। बीते वर्ष में ही सरकार की तरफ से हर एक ट्यूबवेल से सोलर पैनल इंस्टाल करने को लेकर 1,500 करोड़ का बजट दिया था। इस वर्ष के लिए सरकार 2,400 करोड़ के बजट को देने की तैयारी में है।