दिल्ली में अवैध घुसपैठियों के मामले ने तूल पकड़ रखा है. इसमें अब एमसीडी की एंट्री हो गई है. एमसीडी की ओर से दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ अभियान चलाएगा.दिल्ली के सभी जोन में घुसपैठियों के अतिक्रमण का पता लगाकर कार्रवाई होगी. एमसीडी के शिक्षा विभाग की ओर से नगर निगम के स्कूलों में पढ़ रहे छात्रों का सत्यापन भी कराया जाएगा.
शिक्षा विभाग के साथ ही एमसीडी कास्वास्थ्य विभाग दिल्ली में हाल ही में जारी हुए नए और पुराने जन्म और मृत्यु पंजीकरण/प्रमाणपत्र के लिए विशेष तौर पर निगरानी रखेगा. एमसीडी अधिकारी हर शुक्रवार को की गई कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करेंगे.
ये जानकारी उस वक्त सामने आई है जब दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन में गुरुवार को घमासान मचा था. हुआ कुछ यूं किविपक्षी पार्षदों ने आम आदमी पार्टी पर रोहिंग्याओं और बांग्लादेशी घुसपैठियों को शरण देने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया.महापौर महेश खिंची दोपहर 3 बजे तक सदन नहीं पहुंचे.
सदन में आसन के पास पहुंच गए पार्षद
इस वजह से दो बजे शुरू होने वाला सत्र शुरू नहीं हो सका. इससे तनाव बढ़ गया.भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के पार्षद सदन में आसन के पास पहुंच गए. इतना ही नहीं वो बेंचों पर चढ़ गए. उनके हाथों में आम आदमी पार्टी के खिलाफ लिखे नारों की तख्तियां थीं. विपक्षी पार्षदों ने जो तख्तियां ली हुईं थीं, उनपर लिखा था, अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिये आम आदमी पार्टी के दोस्त हैं. झूठे केजरीवाल शर्म करो.
मेयर साहब टाइम पे आओ
इतना ही नहीं मेयर साहब टाइम पे आओ और नहीं चलेगा, ऐसे सदन नहीं चलेगा जैसे नारे सदन में गूंज रहे थे. पार्षदों ने महापौर की अनुपस्थिति का विरोध किया. सदन की कार्यवाही शुरू करने से पहले उनसे माफी की मांग की. आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने इसके जवाब में बाबा साहेब आंबेडकर पर संसद में अमित शाह के बयान पर निशाना साधते हुए बाबा साहेब का अपमान नहीं सहेंगे और जय भीम जैसे नारे भी लगाए.