भारतीय सिनेमा की 6 बोल्ड और विवादित फिल्में, जो कभी बैन हुईं लेकिन अब OTT पर उपलब्ध हैं,, ) “ ‧‧ .

भारतीय सिनेमा की 6 बोल्ड और विवादित फिल्में, जो कभी बैन हुईं लेकिन अब OTT पर उपलब्ध हैं,, ) “ ‧‧ .

भारतीय सिनेमा में ऐसी कई फिल्में बनीं, जो अपनी बोल्ड कहानी और सामाजिक मुद्दों के कारण विवादों में रहीं। सेंसर बोर्ड की आपत्तियों और समाज के विरोध के चलते ये फिल्में थिएटर में रिलीज नहीं हो सकीं। लेकिन अब ये फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं। आइए, जानते हैं ऐसी फिल्मों के बारे में।

1. फायर (Fire)

1996 में दीपा मेहता की यह फिल्म समलैंगिकता पर आधारित थी। फिल्म में मिडिल क्लास परिवार की दो महिलाओं (देवरानी और जेठानी) के बीच के प्रेम संबंध को दिखाया गया। इसके बोल्ड दृश्यों और संवेदनशील विषय के कारण इसका जमकर विरोध हुआ। अब यह यूट्यूब पर उपलब्ध है।

2. वाटर (Water)

2005 में आई यह फिल्म विधवा महिलाओं के संघर्षों पर आधारित थी। समाज में विधवाओं के साथ होने वाले भेदभाव और उनके जीवन की कठिनाइयों को दर्शाने वाली इस फिल्म की शूटिंग के समय ही विरोध शुरू हो गया था। फिल्म में जॉन अब्राहम ने मुख्य भूमिका निभाई। अब इसे यूट्यूब पर देखा जा सकता है।

3. एंग्री इंडियन गॉडेसेस (Angry Indian Goddesses)

2015 में बनी यह फिल्म सात महिलाओं की जिंदगी और उनकी जटिलताओं को दिखाती है। महिला सशक्तिकरण और उनके संघर्षों पर आधारित इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पहले रोक दिया था। अब यह यूट्यूब पर उपलब्ध है।

4. लव (Love)

2015 में रिलीज हुई इस फिल्म की कहानी समलैंगिक पुरुषों (गे कपल) पर आधारित थी। फिल्म के कुछ दृश्यों पर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई और इसे थिएटर में रिलीज नहीं होने दिया। अब दर्शक इसे यूट्यूब पर देख सकते हैं।

5. परजानिया (Parzania)

2007 में आई यह फिल्म गोधरा कांड के बाद के दंगों और एक पारसी परिवार के बच्चे के लापता होने की सच्ची घटना पर आधारित थी। राजनीतिक विवादों के कारण इसे थिएटर में रिलीज नहीं किया गया। यह फिल्म अब डिज्नी+हॉटस्टार पर उपलब्ध है।

6. अनफ्रीडम (Unfreedom)

2014 में आई यह फिल्म भी समलैंगिकता और बोल्ड दृश्यों के कारण विवादों में रही। सेंसर बोर्ड ने इसे पास करने से इनकार कर दिया। हालांकि, यह फिल्म अब यूट्यूब पर देखी जा सकती है।

निष्कर्ष
ये फिल्में भारतीय समाज के विवादित और अनदेखे पहलुओं को उजागर करती हैं। हालांकि, रिलीज के समय इनका विरोध हुआ, लेकिन ओटीटी के जरिए ये दर्शकों तक पहुंचने में सफल रहीं। अब ये फिल्में आपको एक अलग नजरिया देने के लिए उपलब्ध हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *