
इज़रायल-हमास के बीच युद्ध का परिणाम भले ही कुछ न निकले लेकिन वहां के नागरिकों के लिए ये परिस्थिति बहुत ही दर्दनाक है. युद्ध में सिर्फ एक देश की एक पीढ़ी नहीं बल्कि पीढ़ियां भुगतती हैं. खासतौर उन मासूमों के लिए ये और भी मुश्किल हो जाता है, जो इसके बारे में कुछ जानते ही नहीं. एक ऐसी ही विचलित करने वाली कहानी इज़रायल-हमास युद्ध के बीच से आई है.
जिस परिस्थिति में महिलाओं को सबसे ज्यादा आराम की ज़रूरत होती है, उस हालत में महिला 5 किलोमीटर पैदल चली और बच्चों को सिज़ेरियन ऑपरेशन से पैदा करने के बाद तुरंत ही अगले संघर्ष के लिए तैयार हो गई. उत्तर फिलिस्तीन में एक महिला प्रेग्नेंट थी और हालात कुछ यूं बने कि उसे लेबर पेन की स्थिति में खुद ही पैदल चलकर अस्पताल आना पड़ा.
गोले-बारूद के बीच 4 बच्चों का जन्म
महिला युद्ध ग्रस्त इलाके में कई मील तक पैदल चलकर अस्पताल पहुंची और 4 बच्चों को जन्म दिया. महिला का नाम अल मसरी है और इज़रायल के हमास पर हमले के बाद ही वो सुरक्षा की तलाश में पैदल निकल पड़ी. 28 साल की इमान अल मसरी के मुताबिक वो शरणार्थी कैंप तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर चलीं. चूंकि प्रेग्नेंसी के चलते उनकी स्थिति बिगड़ने लगी तो वे अस्पताल चली गईं. यहां उन्होंने दो बेटियों और दो बेटों को ऑपरेशन के ज़रिये जन्म दिया.
डिलीवरी के तुरंत बाद छोड़ा अस्पताल
आमतौर पर सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाओं को 3-4 दिन डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाता है लेकिन मसरी को तुरंत ही अस्पताल छोड़ने के लिए कहा गया. चूंकि उनके एक बच्चे की हालत गंभीर थी, ऐसे में वो तीन बच्चों को लेकर वहां से निकल गईं और अब एक शरणार्थी कैंप में रह रही हैं. वहीं उनके पति का कहना है कि वे बच्चों और पत्नी को कुछ भी नहीं दे पा रहे हैं. यहां तक कि खाने की तलाश में वे भटकते रहते हैं.