उत्तर प्रदेश के बस्ती से एक ऐसी दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। यहां तैनात एक पुलिसकर्मी सिपाही गामा निषाद ने अपनी नई नवेली पत्नी माया गौड़ को मौत के घाट उतार दिया। हैरानी की बात यह है कि दोनों ने करीब दस दिन पहले ही कोर्ट मैरिज की थी और इस नाते वे नए जीवन की शुरूआत करने वाले थे, लेकिन प्यार इतनी जल्दी खौफनाक घृणा में बदल गया कि सिपाही ने चैन से जीने की बजाय अपने प्यार को ही मौत के घाट उतार दिया।

गामा निषाद बस्ती सदर कोतवाली के जेल गेट पुलिस चौकी के पास किराए के मकान में रहता था और उसकी पत्नी माया गौड़ बस्ती जिले के मुंडवा थाना क्षेत्र के पकड़ी चंदा गांव की रहने वाली थी। माया बस्ती कोर्ट में संविदा पर डाटा फीडिंग का काम करती थी। इसी दौरान जब वह कोर्ट आने-जाने लगी, तो दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हुआ, जो कोर्ट मैरिज के रूप में परिणत हो गया।
हालांकि पड़ोसियों ने बताया कि शादी के बाद से ही लड़ाई-झगड़े आम थे। दस दिन की शादी के भीतर ही यह मामूली टकराव इतनी बुरी तरह बिगड़ गया कि आखिर रात को हुआ विवाद एक खौफनाक हत्याकांड में बदल गया। रात के करीब 12 बजे दोनों के बीच तेज झगड़ा हुआ, जिसके बाद गामा निषाद ने सब्जी काटने वाले चाकू से माया के पेट में कई बेरहमी से वार कर दिए।
माया लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ी, और इतनी ज्यादा रक्तस्राव होने के कारण उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस को घटना की सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंची और मृतका के शव को कब्जे में लेकर आरोपी सिपाही को हिरासत में ले लिया। मृतका के परिजन को भी इसकी जानकारी दे दी गई है।
इस खौफनाक घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी अभिनंदन देर रात घटना स्थल पर पहुंचे और पूरी जांच प्रक्रिया को कड़ाई से संचालित करने का आश्वासन दिया। पुलिस अभी पूरी जांच कर रही है ताकि इस घरेलू हत्या के पीछे छुपे पूरे रहस्य का पता लगाया जा सके।
यह घटना घरेलू हिंसा, अप्रत्याशित क्रोध और प्यार के टूटने की दर्दनाक कहानी है, जिसने बस्ती के लोगों को सदमे में डाल दिया है। यह सवाल उठता है कि क्या शादी के इतने कम समय में प्यार इतना क्यों बिगड़ जाता है, और कैसे कानून तथा समाज इस तरह की त्रासदियों को रोकने में कारगर भूमिका निभा सकते हैं।