संघ के खिलाफ साजिश रची गई… RSS के कार्यक्रम में PM मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

संघ के खिलाफ साजिश रची गई... RSS के कार्यक्रम में PM मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े कार्यक्रम को संबोधित किया. संघ के 100 साल होने पर इस कार्यक्रम का आयोजन किया. समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि संघ पर हमला नहीं हुआ. उसे कुचलने की कोशिश की गई. संघ के खिलाफ भी रची गई. उसे मुख्यधारा में आने से रोका गया. पीएम मोदी ने इस दौरान स्वयंसेवकों को उनके कार्य के लिए याद भी किया, साथ ही उनका धन्यवाद भी किया.

पीएम मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें…

  1. संघ खुद तपता है और दूसरों को भी तपाता है. संघ के बारे में कहा जाता है कि इसमें सामान्य लोग मिलकर असामान्य काम करते हैं.
  2. संघ शाखा एक ऐसी प्रेरणा भूमि है जहां से अहम से वहम की यात्रा शुरू होती है. शाखाओं में शारीरिक-मानसिक विकास होता है.
  3. संघ के लिए देश ही प्राथमिकता रहा है
  4. देश के लिए सभी चुनौती के लिए संघ ने खुद को झोंका
  5. संघ ने आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया. 1942 में अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन में स्वयंसेवकों ने अत्याचार सहा.
  6. संघ ने कितने ही बलिदान दिए. संघ का लक्ष्य एक भारत श्रेष्ठ भारत रहा है.
  7. संघ पर हमले भी हुए. संघ के खिलाफ साजिश भी हुई. आजादी के बाद कुचलने का प्रयास किया गया.
  8. मुख्यधारा में ना आने का प्रयास किया गया. जीभ की तरह दांतों से दबाने की कोशिश की गई.
  9. चाहे संघ पर प्रतिबंध हों, चाहे झूठे मुकदमे हों… लेकिन संघ ने कभी कटुता को जन्म नहीं दिया
  10. जो अच्छा है वो भी हमारा.. जो कम अच्छा है वो भी हमारा

पीएम मोदी ने जारी किया डाक टिकट और सिक्का

कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक डाक टिकट और 100 रुपये का सिक्का भी जारी किया. पीएम मोदी ने कहा कि संघ के स्वयंसेवक राष्ट्र की सेवा और समाज को सशक्त बनाने के लिए अथक प्रयास करते रहे हैं. उन्होंने कहा, आज जारी किया गया स्मारक डाक टिकट एक श्रद्धांजलि है, जो 1963 के गणतंत्र दिवस परेड में गर्व से मार्च करने वाले आरएसएस स्वयंसेवकों की याद दिलाता है. अपनी स्थापना के बाद से आरएसएस ने राष्ट्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया है.

उन्होंने कहा कि आरएसएस समाज के विभिन्न वर्गों के साथ मिलकर काम करता है, लेकिन इसकी विभिन्न शाखाओं के बीच कभी कोई अंतर्विरोध नहीं होता क्योंकि ये सभी राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर काम करते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आरएसएस एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विचार में विश्वास करता है, हालांकि आजादी के बाद इसे राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल होने से रोकने के प्रयास किए गए.

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