अयोध्या: हिंदू धर्म में दिवाली का विशेष महत्व होता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश जी के पूजन से घर में शांति, तरक्की और समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है। दिवाली पर हर व्यक्ति माता लक्ष्मी और भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पूरे विधि-विधान से पूजा करते है। इस साल 14 नवंबर को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। दीपों का त्योहार दिवाली कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है।
इस बार अयोध्या की दिवाली को बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। बता दें कि इस बार यह पहला मौका होगा जब 500 साल बाद राम जन्मभूमि परिसर में दिवाली मनाई जाएगी। वहीं ज्योतिषियों के अनुसार दिवाली के 3 शुभ मुहूर्त होते हैं, जिसमें पूजा अर्चना की जानी चाहिए। दीपावली के दिन विशेषकर गणेश और लक्ष्मी जी के साथ ही कुबेर जी, सरस्वती जी और हनुमान जी की भी आराधना की जाती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस बार दिवाली की पूजा के लिए तीन मुख्य लग्न कौन-कौन से हैं और इनका क्या समय है।
मीन लग्न
दीपावली के दिन पूजा के लिए पहला शुभ मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 6 मिनट से 3 बजकर 33 मिनट तक का है। वहीं ये लग्न विशेषकर व्यापारियों के लिए है, जिसमें व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों में गणेश-लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सकते हैं।
दीप प्रज्वलन लग्न
दीप प्रज्वलन लग्न को प्रदोष लग्न कहते हैं। दीपावली के दिन शाम 5:35 बजे से 7:25 तक यह शुभ मुहूर्त है। यह स्थिर लग्न होता है, इसमें आप अपने घर में गणेश-लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर सकते हैं।
रात्रि पूजा लग्न
रात्रि पूजा लग्न साधकों के लिए होता है, जिसमें आप मंत्र सिद्धि करते हैं, जॉप करते हैं। बता दें कि इस लग्न में पूजा पाठ की एक विशेष महत्ता होती है। दीपावली के दिन रात 11:43 बजे से 1:59 तक शुभ मुहूर्त है।
चौघड़िया लग्न
दिवाली के दिन इन तीनों मुहूर्त के बीच एक शुभ मुहूर्त है, जिसे चौघड़िया शुभ मुहूर्त कहा जाता है। यह शाम 8:56 से रात 10:35 तक रहेगा। इस वक्त में आप पूजा पाठ कर सकते हैं, मूर्ति स्थापना कर सकते हैं।
कैसे खुश होंगी मां लक्ष्मी
दीपावली में मां लक्ष्मी और विघ्नहर्ता गणेश जी की आराधना की जाती है। इसके साथ ही उनकी मूर्ति की भी स्थापना की जाती है। इसका सरल उपाय है कि मां लक्ष्मी को गुड़ और धान का लावा काफी पसंद हैं, इसी से उनकी पूजा अर्चना की जाती है। इसके साथ ही गाय के घी व कमल के दाने से लक्ष्मी जी के लिए हवन भी किया जाता है। दीपावली वाले दिन मां लक्ष्मी को उनको कमल अर्पित किया जाना चाहिए और साथ ही उन्हें अनार भी अर्पित किया जाना चाहिए, इससे धन का लाभ होता है।